शायद यही लिखा था और नियति को यही मंजूर था, वरना प्रशासन और राजनीति में रुचि रखने वाल शायद यही लिखा था और नियति को यही मंजूर था, वरना प्रशासन और राजनीति में ...
गाना क्रमांक १ आजकल पाँव ज़मीन पर नहीं पड़ते मेरे, बन गया हूँ नेता, नहीं देखोगे मुझे चल गाना क्रमांक १ आजकल पाँव ज़मीन पर नहीं पड़ते मेरे, बन गया हूँ नेता, नहीं देख...
सपने सच होते हैं, कुछ मेरे भी हुए, देखे थे रातो में, सबेरे वो पूरे हुए। जीना तो च सपने सच होते हैं, कुछ मेरे भी हुए, देखे थे रातो में, सबेरे वो पूरे हुए।...
देह जली तो राख हुई मन जला तो भाप हुआ...... देह जली तो राख हुई मन जला तो भाप हुआ......
तुझसे यही गिला है ज़िंदगी, तूं मेरी कभी हुई नहीं।। तुझसे यही गिला है ज़िंदगी, तूं मेरी कभी हुई नहीं।।
आओ फिर आदर्शवादी स्वरूप की श्रृंखला से जुड़ जाएं, लौकाचारी निर्मित करके एक नई कहान आओ फिर आदर्शवादी स्वरूप की श्रृंखला से जुड़ जाएं, लौकाचारी निर्मित करके...